बैतूल डिजिटल मीडिया / Betul : कथावाचक प्रदीप मिश्रा ने अपनी कथा में मां ताप्ती के विषय में एक विवादित बयान दिया था, जिसके विरोध में मुलताई के ताप्ती मंदिर के पुजारी खड़े हो गए थे। इस मामले को सुलझाने के लिए मुलताई से रोजगार निर्माण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष हेमंत विजयराव देशमुख ताप्ती मंदिर के पुजारियों के साथ कुबेरेश्वर धाम पहुंचे।
प्रदीप मिश्रा ने बताया कि पुजारियों के साथ उनकी चर्चा सफल रही और सभी संतुष्ट हो गए हैं। उन्होंने मां ताप्ती के जन्म उत्सव में अधिक से अधिक लोगों को शामिल होने का अनुरोध भी किया। मुलताई के ताप्ती मंदिर के पुजारी सौरभ जोशी, प्रवीण जोशी और विशू महाराज ने भी इस बैठक में हिस्सा लिया और बताया कि अब वे संतुष्ट हैं और विवाद समाप्त हो गया है।
हालांकि, मां सूर्यपुत्री ताप्ती जागृति समिति मध्यप्रदेश ने प्रदीप मिश्रा से कहा है कि वे ताप्ती मंदिर के पुजारियों से नहीं बल्कि उन भक्तों से माफी मांगें जिनकी भावनाएं आहत हुई हैं। समिति के प्रदेश अध्यक्ष रामकिशोर पवार के अनुसार, जब प्रदीप मिश्रा राधारानी से माफी मांगने जा सकते हैं, तो उन्हें मुलताई से लेकर सूरत तक कहीं भी जाकर माफी मांग लेनी चाहिए। पवार ने हेमंत विजयराव देशमुख की पहल का स्वागत किया, लेकिन व्यक्तिगत रूप से माफी मांगने का वीडियो जारी करने की मांग की है।
विवाद तब शुरू हुआ जब प्रदीप मिश्रा ने कहा कि मां ताप्ती कृष्ण पर मोहित हो गई थीं और इस कारण यमुना ने उन्हें श्राप दिया था। ताप्ती मंदिर के प्रमुख पुजारी सौरभ जोशी ने कहा कि किसी भी शास्त्र में इस बात का उल्लेख नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदीप मिश्रा ने गलत जानकारी देकर लोगों को गुमराह किया है।
इस पूरे मामले में प्रदीप मिश्रा और ताप्ती मंदिर के पुजारियों के बीच हुई चर्चा के बाद विवाद थमता नजर आ रहा है, लेकिन ताप्ती जागृति समिति की मांगों को पूरा करने के लिए अभी और कदम उठाए जाने की जरूरत है।