How to make curd from almond milk without milk हमारी दैनिक आहार में दही का महत्वपूर्ण स्थान है। भारतीय रसोई में दही का प्रयोग न सिर्फ स्वाद के लिए बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी किया जाता है। दूध से बनी दही को हम सभी ने अपने जीवन में बहुत बार खाया है और इसके फायदों से हम सभी परिचित हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि दूध से बनी दही के अलावा भी कुछ विकल्प हो सकते हैं जो स्वास्थ्य के लिहाज से और भी बेहतर हो सकते हैं? जी हां, हम बात कर रहे हैं बादाम और नारियल से बनी दही की।
बादाम और नारियल से बनी दही न सिर्फ स्वाद में अद्वितीय होती है, बल्कि इसके फायदे भी अनगिनत हैं। यह दही न सिर्फ शाकाहारी लोगों के लिए बल्कि उन लोगों के लिए भी एक बेहतरीन विकल्प है जो लैक्टोज इन्टॉलरेंस से पीड़ित हैं। आइए जानते हैं कैसे बनाएं यह दही और इसके स्वास्थ्य लाभों के बारे में विस्तार से।
बादाम और नारियल की दही बनाने की विधि
सामग्री:
- बादाम – 1 कप
- नारियल का दूध – 1 कप
- प्रोबायोटिक कैप्सूल – 1 (वैकल्पिक)
- पानी – आवश्यकता अनुसार
- नमक – स्वाद अनुसार
विधि:
- बादाम को भिगोना: सबसे पहले बादाम को रातभर पानी में भिगो दें। अगली सुबह बादाम का छिलका उतार लें।
- बादाम का पेस्ट बनाना: छिले हुए बादाम को मिक्सर में डालकर थोड़े पानी के साथ बारीक पेस्ट बना लें।
- नारियल का दूध मिलाना: इस बादाम के पेस्ट में नारियल का दूध मिलाएं। इस मिश्रण को अच्छी तरह से मिलाएं।
- प्रोबायोटिक मिलाना: अगर आप प्रोबायोटिक कैप्सूल का उपयोग कर रहे हैं, तो इसे खोलकर मिश्रण में डालें और अच्छी तरह मिलाएं।
- दही जमाना: इस मिश्रण को किसी बर्तन में डालकर ढक दें और गरम स्थान पर 8-10 घंटे के लिए रख दें। आपकी बादाम और नारियल की दही तैयार है।
बादाम और नारियल की दही के फायदे
- लैक्टोज इन्टॉलरेंस के लिए बेहतरीन विकल्प:
बादाम और नारियल की दही उन लोगों के लिए एक वरदान है जो लैक्टोज इन्टॉलरेंस से पीड़ित हैं। यह दही पूरी तरह से लैक्टोज मुक्त होती है और इसे पचाना भी आसान होता है। - प्रोटीन और फाइबर से भरपूर:
बादाम और नारियल की दही प्रोटीन और फाइबर से भरपूर होती है। बादाम में उच्च मात्रा में प्रोटीन होता है जो मांसपेशियों की वृद्धि और मरम्मत में सहायक होता है। नारियल में फाइबर होता है जो पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाए रखता है। - विटामिन और मिनरल्स का अच्छा स्रोत:
बादाम में विटामिन ई, मैग्नीशियम और कैल्शियम जैसे महत्वपूर्ण मिनरल्स होते हैं। नारियल में पोटैशियम और फोलेट होता है। यह दही विटामिन और मिनरल्स का अच्छा स्रोत है जो संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। - एंटीऑक्सीडेंट गुण:
बादाम और नारियल दोनों में ही एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। - हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद:
बादाम और नारियल की दही हृदय स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होती है। बादाम में मोनोअनसैचुरेटेड फैट्स होते हैं जो कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। नारियल में मीडियम चेन ट्राइग्लिसराइड्स (MCTs) होते हैं जो हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं। - वजन घटाने में सहायक:
यह दही वजन घटाने में भी सहायक होती है। बादाम और नारियल दोनों ही उच्च फाइबर सामग्री के कारण भूख को नियंत्रित करने में मदद करते हैं और अधिक खाने से बचाते हैं। - त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद:
बादाम और नारियल की दही त्वचा और बालों के लिए भी फायदेमंद होती है। इसमें मौजूद विटामिन ई और अन्य पोषक तत्व त्वचा को चमकदार बनाते हैं और बालों को मजबूत बनाते हैं।
दूध से बनी दही क्यों छोड़ें?
हालांकि दूध से बनी दही के भी अपने फायदे हैं, लेकिन कुछ लोग दूध में मौजूद लैक्टोज को पचा नहीं पाते। लैक्टोज इन्टॉलरेंस की समस्या से पीड़ित लोगों के लिए दूध से बनी दही पेट में गैस, अपच और अन्य समस्याओं का कारण बन सकती है। इसके अलावा, कुछ लोग शाकाहारी आहार का पालन करते हैं और पशु उत्पादों से बचना चाहते हैं, उनके लिए भी बादाम और नारियल की दही एक उत्कृष्ट विकल्प है।
निष्कर्ष
बादाम और नारियल की दही स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी है। यह न केवल लैक्टोज इन्टॉलरेंस से पीड़ित लोगों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है, बल्कि इसमें प्रोटीन, फाइबर, विटामिन्स और मिनरल्स की भरपूर मात्रा होती है। इसके सेवन से हृदय स्वास्थ्य, वजन नियंत्रण, त्वचा और बालों की देखभाल में भी मदद मिलती है।
यदि आप अपने आहार में एक स्वास्थ्यवर्धक और स्वादिष्ट परिवर्तन चाहते हैं, तो दूध से बनी दही को छोड़कर बादाम और नारियल से बनी दही को अपनाएं। इसका स्वाद आपको न सिर्फ पसंद आएगा बल्कि इसके अनगिनत फायदे भी आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाएंगे।