Betul : कलेक्टर श्री नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी के निर्देशानुसार जिले में सिकलसेल जैसी घातक बीमारी के उन्मूलन एवं रोकथाम की दृष्टि से शासकीय एकलव्य महिला औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था बैतूल में गुरुवार को जिला चिकित्सालय द्वारा सिकलसेल एनीमिया की जांच काउंसलिंग एवं परामर्श शिविर आयोजित किया गया। इस दौरान सम्पूर्ण रक्त जांच भी की गई।
शिविर में ब्लॉक मेडिकल आफिसर डॉ.केदार जाटव व उनकी टीम ने सीएचओ श्रीमती ममता पंवार, एएनएम श्रीमती पूनम परमार, एमपीडब्ल्यू वासुदेव उघड़े, सेक्टर सुपरवाइजर श्री धर्मराज परमार एवं श्रीराम साहू द्वारा 250 से अधिक प्रशिक्षणार्थियों की सिकलसेल एनीमिया की प्राथमिक जांच के साथ सभी प्रशिक्षणार्थियों की संपूर्ण रक्त जांच की गई। जिसमें लगभग 45 प्रकार के परीक्षण शामिल है। परीक्षण रिपोर्ट अनुसार संदिग्ध छात्राओं की जांच एवं उपचार किया जाएगा।
इस अवसर पर आयोजित समापन कार्यक्रम में ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ.केदार जाटव द्वारा सिकल सेल बीमारी एनीमिया के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि यह एक वंशानुगत बीमारी है। जो माता-पिता से जीन के माध्यम से बच्चों मे स्थानांतरित होती है। यह लाल रक्त कोशिकाओं के आकार को प्रभावित करता है, जिससे वे दराती के आकार की हो जाती है,
सिकल आकार की कोशिकाएं तेजी से टुटती है, जिससे एनीमिया हो जाता है। क्योकि शरीर उन्हें शीघ्रता से प्रतिस्थापित नहीं कर पाता। उन्होंने बताया कि विवाह पूर्व रक्त कुण्डली मिलान कर इस बीमारी से भावी पीढ़ी को बचाया जा सकता है। इस अवसर पर संस्था प्राचार्य श्री रेवाशंकर पंडाग्रे, वरिष्ठ प्रशिक्षण अधिकारी श्री दिलीप कुमार सोनी एवं स्टाफ के अलावा बड़ी संख्या में प्रशिक्षणार्थी मौजूद रही।