UGC-NET 2024 Cancelled : कांग्रेस पार्टी ने सरकार को “पेपर लीक सरकार” करार दिया और हाल के घटनाक्रमों के मद्देनजर शिक्षा मंत्री से जवाबदेही की मांग की। बुधवार शाम को शिक्षा मंत्रालय ने परीक्षा की सत्यनिष्ठा पर चिंता जताते हुए यूजीसी-नेट जून 2024 परीक्षा को रद्द करने की घोषणा की। इस फैसले पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, प्रियंका गांधी वाड्रा और अन्य विपक्षी नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की, जिन्होंने राष्ट्रीय परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं और कुप्रबंधन के लिए सरकार की आलोचना की।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र पर तीखा हमला करते हुए मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट की सत्यनिष्ठा पर सवाल उठाए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इससे जुड़े मुद्दों को संबोधित करने की चुनौती दी। यूजीसी-नेट परीक्षा को रद्द करने को छात्रों की जीत बताते हुए खड़गे ने मोदी सरकार पर अपने कार्यों के जरिए युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया।
ये कैसी "परीक्षा पे चर्चा", जहाँ रोज़ाना लीक होता पर्चा !
— Mallikarjun Kharge (@kharge) June 20, 2024
मोदी सरकार ने देश की शिक्षा व भर्ती प्रणाली को तहस-नहस कैसे किया है –
1⃣NEET, UGC-NET, CUET (Common University Entrance Test) में पेपर लीक, धाँधली और घोर अनियमितताओं का अब पर्दाफ़ाश हो चुका है।
2⃣बहुप्रचारित NRA -… pic.twitter.com/A1CQRFIOws
कांग्रेस पार्टी ने सरकार को “पेपर लीक सरकार” करार दिया और हाल के घटनाक्रमों के मद्देनजर शिक्षा मंत्री से जवाबदेही की मांग की। प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी इसी तरह की भावनाओं को दोहराते हुए यूजीसी-नेट परीक्षा रद्द करने के संबंध में गहन जांच और जवाबदेही स्थापित करने का आह्वान किया।
विशेष रूप से, बढ़ती आलोचना के बीच, केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने व्यापक जांच के लिए मामले को सीबीआई को सौंप दिया। परीक्षा रद्द करने के फैसले ने विवाद को जन्म दिया है और महत्वपूर्ण राष्ट्रीय परीक्षाओं के संचालन के बारे में सरकार की चिंताओं को जन्म दिया है।
भाजपा सरकार का लीकतंत्र व लचरतंत्र युवाओं के लिए घातक है।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) June 19, 2024
NEET परीक्षा में हुए घपले की खबरों के बाद अब 18 जून को हुई NET की परीक्षा भी गड़बड़ियों की आशंका के चलते रद्द की गई।
क्या अब जवाबदेही तय होगी? क्या शिक्षा मंत्री इस लचरतंत्र की जिम्मेदारी लेंगे?
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा शासन के तहत विभिन्न परीक्षाओं में गड़बड़ी के पैटर्न का आरोप लगाते हुए एक बड़ी साजिश की आशंका जताई। उन्होंने देश के प्रशासन और मानव संसाधनों पर ऐसी अनियमितताओं के संभावित प्रभावों पर जोर दिया।
इस बीच, शिवसेना (यूबीटी) के प्रतिनिधि प्रियंका चतुर्वेदी और आदित्य ठाकरे ने निष्पक्ष राष्ट्रीय परीक्षा आयोजित करने में बार-बार विफलताओं की निंदा की, छात्रों के सामने आने वाली परेशानी को उजागर किया और सरकार और एनटीए से जवाबदेही की मांग की।