betul Update / : कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी श्री नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी ने कहा कि जनसुनवाई में प्राप्त शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई ऐसे करें कि आवेदक को एक ही प्रकरण के लिए दोबारा जनसुनवाई में नहीं आना पड़े। श्री सूर्यवंशी मंगलवार को जनसुनवाई में अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। कलेक्टर श्री सूर्यवंशी ने 130 आवेदनों पर जनसुनवाई की। इस अवसर पर मुख्य नगरपालिका अधिकारी श्री ओमपाल भदौरिया, तहसीलदार, नायब तहसीलदार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी श्री नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी को जनसुनवाई के दौरान शाहपुर तहसील के मोती दाना निवासी परमा ठाकुर आवेदन दिया कि शाहपुर तहसील में संचालित गुड शेफर्ड स्कूल द्वारा उनकी बेटी परी ठाकुर और पलक ठाकुर को टीसी नहीं दी जा रही है। पुत्री पलक कक्षा 8वीं एवं परी कक्षा 7 वीं में अध्ययनरत है। आवेदन के माध्यम से बताया कि उनकी बेटी का चयन मॉडल स्कूल में हुआ है। टीसी जमा करने के लिए काफी कम समय बचा है,
उन्हें स्कूल प्रबंधक द्वारा सातवीं और आठवीं की टीसी नहीं दी जा रही है। कलेक्टर श्री सूर्यवंशी ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने स्वयं अपनी कार से सहायक आयुक्त के साथ उन्हें शाहपुर के गुड शेफर्ड स्कूल भिजवाया। कलेक्टर श्री सूर्यवंशी के हस्तक्षेप के बाद परी और पलक ठाकुर को स्कूल से तत्काल टीसी प्रदान की गई।
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पीएम आवास योजना की अनुदान राशि प्रदान करने की मांग
मुलताई नगर के तिलक वार्ड निवासी सुशीला पति मंगल तायवाड़े ने प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत मिलने वाली अनुदान राशि प्रदान किए जाने की मांग की। आवेदन के माध्यम से बताया कि मार्च 2024 में प्रधानमंत्री आवास योजना का प्रकरण स्वीकृत हो चुका है, लेकिन आज दिनांक तक मिलने वाली राशि अप्राप्त है। उनका मकान जर्जर अवस्था में है
एवं रहने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आवेदिका ने बताया कि इस संबंध में नगर पालिका में पूछताछ करने पर कोई संतुष्टि पूर्ण जवाब नहीं दिया जाता है। आवेदिका ने प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि प्रदान किए जाने की मांग की, जिससे वह अपने मकान का काम शुरू कर सके। प्राप्त आवेदन पर कलेक्टर श्री सूर्यवंशी ने मुलताई नगर पालिका के संबंधित अधिकारियों को जांच कर निराकरण किए जाने के निर्देश प्रदान किए।
सडक़ एवं नाली निर्माण
जनसुनवाई में चंद्रशेखर वार्ड निवासी बलिराम पंवार ने सडक़ एवं नाली निर्माण किए जाने की गुहार लगाई। आवेदन के माध्यम से बताया कि वर्ष 1988 से चंद्रशेखर वार्ड में निवासरत है। वार्ड में सडक़ एवं नाली का निर्माण नहीं होने से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वर्तमान समय में बारिश का पानी घरों में घुस जाता है और आवागमन में परेशानी होती है। प्राप्त आवेदन पर कलेक्टर श्री सूर्यवंशी ने नगर पालिका के अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए।
पीपीओ, डीपीएफ की राशि देने की लगाई गुहार
भूतपूर्व शासकीय सेवक श्रीराम पात्रीकर ने सेवानिवृत्ति के लगभग 4 माह बाद किसी भी मद की राशि नहीं मिलने की शिकायत जनसुनवाई में की। आवेदन के माध्यम से बताया कि शाहपुर में पटवारी के पद पर पदस्थ थेा। उन्हें 31 मार्च 2024 को सेवानिवृत्त किया गया, परंतु चार माह बीत गए पीपीओ, ग्रेच्युटी, डीपीएफ की राशि आज दिनांक तक अप्राप्त है। आवेदन पर कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को जांच कर प्रकरण का निराकरण किए जाने के निर्देश प्रदान किए।
नौकरी दिए जाने की मांग
बैतूल के ग्राम कोलगांव निवासी किसनलाल पांसे ने जनसुनवाई में आवेदन देकर किसी भी विभाग में भृत्य के पद पर रख नौकरी दिए जाने की मांग की। आवेदन के माध्यम से बताया कि वर्तमान में उन्हें नौकरी की आवश्यकता है। परिवार की जिम्मेदारी है। किसी भी बैंक से ऋण दिलवाया जाए, ताकि मैं कोई व्यवसाय कर सकूं या कोई भी विभाग में भृत्य का चौकीदार के पद पर रखा जाए। आवेदन पर कलेक्टर श्री सूर्यवंशी ने संबंधित अधिकारियों को निराकरण के निर्देश दिए।
गुरुकुल कान्वेंट स्कूल ने विद्यार्थियों को टीसी देने से किया इंकार
ग्राम ताई खेड़ा स्थित गुरुकुल कान्वेंट स्कूल द्वारा तीन विद्यार्थियों को टीसी नहीं दिए जाने का मामला जनसुनवाई में पहुंचा। दरअसल ग्राम बद्योड़ा निवासी संजय पिता बाबाराव की बेटी दीक्षा और लावन्या तथा दिनेश दारोकर का पुत्र साई सिद्धी ग्राम ताई खेड़ा के गुरुकुल कान्वेंट स्कूल में अध्ययनरत थे। आवेदन के माध्यम से विद्यार्थियों के पिता दिनेश दारोकार एवं संजय ने बताया कि वे मजदूरी का कार्य करते है। स्कूल द्वारा बच्चों की फीस सरकार से लेने की बात कही थी,
लेकिन स्कूल वेन और परीक्षा फीस उनके द्वारा दी गई। स्कूल की ओर से अधिक राशि की मांग की जा रही है। आवेदकों ने बताया कि वे मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करते है। ऐसे में प्राइवेट स्कूल में बच्चों को पढ़ाना संभव नहीं है। स्कूल प्रबंधन से बच्चों की टीसी दिए जाने की मांग की गई। परंतु स्कूल प्रबंधन ने टीसी विद्यार्थियों की टीसी देने से मना कर दिया गया। प्राप्त आवेदनों पर कलेक्टर श्री सूर्यवंशी ने संबंधित अधिकारियों को जांच के निर्देश प्रदान किए।