इन 10 किस्म की धान की करे खेती , हो जाओगे मालामाल , पढे पूरी जानकारी

Cultivate these 10 varieties of paddy देश के उत्तर और दक्षिणी राज्यों में धान मुख्य फसल के रूप में उगाई जाती है। पूरे भारत में धान की कई उन्नत किस्में उपलब्ध हैं, जिन्हें आप अपने क्षेत्र की भूमि, जल संसाधन और जलवायु के अनुसार चुन सकते हैं। यहाँ 10 प्रमुख किस्में हैं: पूसा – 1460, जया धान, डब्लू.जी.एल. – 32100, सीएसआर-10, पूसा सुगंध – 3, आईआर36, आईआर 64, अनामिका, एनडीआर-359, और डीआरआर धान 310। किसान भाई अपनी भूमि और जलवायु के अनुसार इन उन्नत किस्मों का चयन कर सकते हैं।

पूसा – 1460: यह बासमती धान की एक उन्नत किस्म है जिसके दाने लंबे, वजनदार और स्वादिष्ट होते हैं। इस किस्म में बैक्टीरियल लिफ ब्लाइट (वीएलबी) रोग नहीं आता। इसे 2007 में सीवीआरसी द्वारा विकसित किया गया था। इसकी खेती के 130-135 दिनों में फसल तैयार हो जाती है और औसतन 25-30 क्विंटल प्रति एकड़ पैदावार होती है। यह किस्म पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, उड़ीसा, आंध्रप्रदेश, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु और जम्मू कश्मीर के लिए अनुकूल है।

पूसा सुगंध 3: यह बासमती धान की एक सुगंधित और स्वादिष्ट किस्म है, जो अन्य किस्मों की तुलना में रोग और कीटों से कम प्रभावित होती है। इसकी खेती के लिए कम कीटनाशकों की आवश्यकता होती है। इसकी फसल अवधि 130-135 दिन होती है और पैदावार 30-35 क्विंटल प्रति एकड़ होती है। यह किस्म पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और जम्मू कश्मीर में उगाई जाती है।

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डब्लू.जी.एल. – 32100: मध्यम अवधि में पकने वाली यह किस्म छोटे और पतले दाने वाली होती है। इसके पौधे छोटे होते हैं और फसल अवधि 125-130 दिन होती है। इसकी औसतन पैदावार 55-60 क्विंटल प्रति हेक्टेयर होती है।

आईआर – 36: यह किस्म सूखा प्रतिरोधी होती है और कम वर्षा वाले क्षेत्रों में उगाई जाती है। इसकी फसल अवधि 115-120 दिन होती है और पैदावार 40-45 क्विंटल प्रति हेक्टेयर होती है।

आई.आर. – 64: यह भी मध्यम अवधि में पकने वाली किस्म है। फसल अवधि 125-130 दिन और पैदावार 50-55 क्विंटल प्रति हेक्टेयर होती है। इसके पौधे छोटे और दाने लंबे व पतले होते हैं।

अनामिका: यह किस्म पश्चिम बंगाल, बिहार, उड़ीसा और असम में उगाई जाती है। फसल अवधि 130-135 दिन और पैदावार 50-55 क्विंटल प्रति हेक्टेयर होती है। इसके दाने लंबे और मोटे होते हैं।

एनडीआरआर धान 310: यह उच्च पैदावार देने वाली किस्म है, जिसके दाने सफेद और चमकदार होते हैं। इसमें प्रोटीन की मात्रा 10.3% होती है। पौधों की लंबाई 90-95 सेमी होती है और यह बीएलबी व ब्लास्ट रोग प्रतिरोधी होती है। फसल अवधि 125-130 दिन और पैदावार 45-50 क्विंटल प्रति हेक्टेयर होती है।

एनडीआर 359: यह जल्दी पकने वाली किस्म है, जिसकी फसल अवधि 115-120 दिन और पौधों की ऊंचाई 95 सेमी होती है। यह किस्म उत्तर प्रदेश, बिहार और उड़ीसा में उगाई जाती है और पैदावार 50-55 क्विंटल प्रति हेक्टेयर होती है।

सीएसआर-10: यह बोनी किस्म है, जिसके दाने सफेद और छोटे होते हैं। यह किस्म पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, गोवा, ओडिसा, गुजरात, महाराष्ट्र और कर्नाटक में अनुकूल है। फसल अवधि 120-125 दिन और पैदावार 50-55 क्विंटल प्रति हेक्टेयर होती है।

जया धान: यह किस्म बीएबी, एसबी, आरटीबी और ब्लास्ट रोग प्रतिरोधी है। पौधों की लंबाई 82 सेमी तक होती है और फसल अवधि 120-130 दिन होती है। यह किस्म लगभग सभी राज्यों में उगाई जाती है।

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