IAS puja Khedkar अतिरिक्त मुख्य सचिव (पी) नितिन गद्रे के पत्र के अनुसार, लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (एलबीएसएनएए), मसूरी ने आईएएस पूजा खेडकर के जिला प्रशिक्षण कार्यक्रम को स्थगित करते हुए उन्हें तुरंत अकादमी में वापस बुलाने का निर्णय लिया है। विवादों में घिरीं पूजा खेडकर पर बड़ी कार्रवाई करते हुए उनकी ट्रेनिंग रद्द कर दी गई है। सरकार ने उनकी आईएएस परिवीक्षा स्थगित कर दी है और उन्हें अकादमी में रिपोर्ट करने का आदेश दिया गया है।
कौन हैं IAS puja Khedkar ?
पूजा खेडकर 2023 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। उन पर आरोप है कि उन्होंने खुद को ओबीसी नॉन क्रीमी लेयर से बताकर यूपीएससी में चयन हासिल किया। साथ ही उन पर मानसिक रूप से दिव्यांग होने का दावा किया, लेकिन कई बार बुलाने के बावजूद मेडिकल जांच में शामिल नहीं हुईं। हाल ही में वीआईपी ट्रीटमेंट की मांग को लेकर वह विवादों में आईं थी, जिसके बाद उनका पुणे से वाशिम तबादला कर दिया गया था।
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IAS puja Khedkar पर लगे आरोप
- ट्रेनिंग पीरियड के दौरान उन्होंने सरकारी आवास, स्टाफ, गाड़ी और दफ्तर में अलग केबिन की मांग की।
- अपनी निजी ऑडी कार पर लाल-नीली बत्ती और महाराष्ट्र सरकार का लोगो लगाया।
- चोरी के आरोप में गिरफ्तार एक ट्रांसपोर्टर को छोड़ने के लिए डीसीपी रैंक के अधिकारी पर दबाव बनाया।
- आईएएस बनने के लिए झूठे दस्तावेज का इस्तेमाल करते हुए यूपीएससी के फार्म में खुद को ओबीसी नॉन क्रीमी लेयर बताया।
- समृद्ध परिवार से होने के बावजूद उन्होंने विकलांगता श्रेणी के तहत यूपीएससी का आवेदन पत्र भरा था, जिसमें दावा किया गया कि वह 40 प्रतिशत दृष्टिबाधित हैं और किसी मानसिक बीमारी से जूझ रही हैं। हालांकि मेडिकल के दौरान वह हर बार अनुपस्थित रहीं।
- एमबीबीएस कॉलेज में दाखिले के समय भी दस्तावेजों की हेराफेरी के आरोप पूजा पर हैं।
इन आरोपों के चलते पूजा खेडकर की ट्रेनिंग और आईएएस परिवीक्षा को स्थगित कर दिया गया है और उन्हें लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में रिपोर्ट करने के निर्देश दिए गए हैं।