MP Big Breaking News मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सीएम राइज स्कूलों की समीक्षा बैठक में महत्वपूर्ण निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्यार्थियों को अपनी रुचि और प्राथमिकता के अनुसार विषय चुनने की सुविधा दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि हाई स्कूल और हायर सेकंडरी कक्षाओं में कृषि, बागवानी, मत्स्य पालन, पशुपालन जैसे विषयों की पढ़ाई आरंभ की जानी चाहिए, ताकि खेती-बाड़ी की पृष्ठभूमि वाले विद्यार्थियों का जुड़ाव शालाओं से अधिक हो सके और उनकी पढ़ाई उनके परिवारों के लिए अधिक उपयोगी हो।
संकाय का बंधन न हो
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि विद्यार्थियों को संकाय व्यवस्था के स्थान पर अपनी रुचि और प्राथमिकता के आधार पर विषय चुनने की व्यवस्था की जाए। इस व्यवस्था को स्कूल स्तर पर लागू करने के लिए शिक्षाविदों, शिक्षकों, स्वयंसेवी संस्थाओं और विषय-विशेषज्ञों की एक टास्क फोर्स गठित की जाएगी।
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बैठक मे लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय
मंत्रालय में सीएम राइज स्कूलों के संचालन की बैठक में मुख्यमंत्री ने निम्नलिखित निर्देश दिए:
- प्राथमिकता: जनजातीय क्षेत्रों और ग्रामीण अंचलों में प्राथमिकता के आधार पर सीएम राइज स्कूलों की स्थापना।
- आवास व्यवस्था: शिक्षकों और स्टाफ के लिए आवास की व्यवस्था सुनिश्चित करना।
- आई.टी.आई. स्थापना: प्रत्येक विकासखंड में एक आई.टी.आई. स्थापित करने की दिशा में प्रयास करना, जिन विकासखंडों में आई.टी.आई. नहीं है, वहां निजी क्षेत्र की पहल से सुविधा उपलब्ध कराना।
- ई-व्हीकल्स का उपयोग: सीएम राइज स्कूलों की परिवहन व्यवस्था में ई-व्हीकल्स का अधिक उपयोग और नगरीय निकायों की नगर वाहन सेवा के अंतर्गत चल रहे वाहनों का उपयोग।
21 विद्यालयों के भवन निर्माण की समय-सीमा
बैठक में जानकारी दी गई कि प्रथम चरण में बनने वाले 274 सीएम राइज स्कूलों में से 21 विद्यालयों का भवन निर्माण अगस्त माह तक पूर्ण होगा। शेष विद्यालयों का निर्माण कार्य प्रगति पर है। बैठक में नि:शुल्क परिवहन सेवा, आवश्यक सामग्री की आपूर्ति, अधो-संरचना विकास, शैक्षणिक गतिविधियों और व्यावसायिक शिक्षा आदि के संबंध में भी चर्चा की गई।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सीएम राइज स्कूलों की समीक्षा बैठक में जो निर्देश दिए, उनसे प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक सुधार होने की संभावना है। विद्यार्थियों को अपनी रुचि के अनुसार विषय चुनने की स्वतंत्रता और व्यावसायिक शिक्षा के नए अवसरों से प्रदेश के युवा और अधिक सशक्त और सक्षम बन सकेंगे। मुख्यमंत्री के निर्देशों का पालन सुनिश्चित कर प्रदेश को शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊँचाइयों पर ले जाने का प्रयास जारी रहेगा।